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श्री मुकेश कौशिक एवं श्री संजय सिंह की 2 पुस्तकों का लोकार्पण


on Jun 23, 2022
News

सोमवार, 20 जून, 2022 को कॉन्स्टीट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में वरिष्ठ डिफेंस पत्रकार श्री मुकेश कौशिक एवं श्री संजय सिंह की दो पुस्तकों ‘भारत-चीन LAC टकराव’ और ‘IAF Strikes @ 0328 Hours’ का लोकार्पण पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और महानिदेशक, समकालीन चीनी अध्ययन केंद्र तथा सदस्य, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एस.एल. नरसिम्हन (रिटा.)  समारोह में उपस्थित थे। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य बुद्धिजीवी, चिंतक-विचारक उपस्थित थे।

भारत और चीन के बीच अप्रैल 2020 से लेकर फरवरी 2021 के बीच एल.ए.सी. पर सैनिकों का आमना-सामना हुआ। करीब 10 महीने तक जंग जैसे हालात बने रहे। यह पुस्तक इस तनातनी का सबसे प्रामाणिक ब्योरा लेकर आई है। यह आधिकारिक स्तर पर दिए गए वक्तव्यों, सैन्य तैनाती से जुड़े शीर्ष अधिकारियों और संसद् से लेकर राजनीतिक बैठकों तक के विचार-विमर्श का विवरण पेश करती है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया के अलावा चीनी समकालीन अध्ययन केंद्र के प्रमुख 

ले. जनरल एस.एल. नरसिंहन ने इस पुस्तक में योगदान दिया है। यह पुस्तक एल.ए.सी. पर तनातनी शुरू होने से पहले की सच्चाई, गलवान की खूनी रात और कैलाश रेंज पर भारतीय सेना की तैनाती का बहुत सटीक विवरण देती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा विदेश मंत्री एस. जयशंकर की कूटनीति और सैन्य नीति को भी इसमें बेबाकी से पेश किया गया है। कई मायनों में यह पुस्तक भारत-चीन के बीच सैन्य संबंधों का संग्रहणीय दस्तावेज है।

‘IAF Strikes @ 0328 hours’ is a comprehensive account of the events that unfolded that night. Whatever surfaced following the attacks in the Indian media is largely true. On the other hand, whatever surfaced in Pakistan is imaginative, at best. This book has revealed many new facts about the air strikes which were launched to punish Pakistan’s sinister designs being enacted in guise of terrorism.

प्रभात प्रकाशन : संक्षिप्त परिचय

अपने स्थापना-काल सन् 1958 से ही ‘उचित मूल्य पर अच्छी पुस्तकें’ प्रभात प्रकाशन का नीतिगत सिद्धांत रहा है। विगत 60+ वर्षों से साहित्य की प्रायः सभी विधाओं में एक विस्तृत पाठक वर्ग को श्रेष्ठतम पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराते हुए प्रभात प्रकाशन वर्तमान में देश में हिंदी पुस्तकों के प्रमुख और सर्वश्रेष्ठ प्रकाशन के रूप में 6,000+ पुस्तकों का प्रकाशन कर अपनी पहचान बना चुका है। हिंदी प्रकाशन में विज्ञान, गणित, स्वास्थ्य, मानविकी इत्यादि विषयों पर विपुल प्रकाशन। कथा साहित्य, भाषा-विज्ञान, शब्दकोश, हास्य-व्यंग्य, प्राचीन साहित्य, गणित, पर्यावरण, निबंध, समालोचना, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पाक कला, इतिहास, राजनीति, धर्म व संस्कृति तथा स्वास्थ्य पर श्रेष्ठ पुस्तकें प्रकाशित। भारत के लगभग सभी स्थापित लेखकों की महत्त्वपूर्ण कृतियों का प्रकाशन। उत्तम गुणवत्ता के लिए पिछले बीस वर्षों से भारतीय प्रकाशन उद्योग के मुख्य संघ ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स’ द्वारा लगातार ‘प्रकाशन में श्रेष्ठता’ के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित। हिंदी पाठकों को अच्छी पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए अगस्त 1995 में लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार पं. विद्यानिवास मिश्र के संपादकत्व में साहित्य अमृत नामक मासिक साहित्यिक पत्रिका का प्रकाशन प्रारंभ, जो अब हिंदी साहित्यिक जगत् में एक सुपरिचित नाम बन गया है।

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